Friday, 18 May 2007

शेर अर्ज़ किया है :-
आज आस्मान में उड़ रहे थे पंछी ऐसे ,
आज आस्मान में उड़ रहे थे पंछी ऐसे
जैसे कल उड़ रहे थे!!

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